2015 में अनिरुद्ध कुमार की पत्नी आरती सिंह से। आरती और विज्ञापन अतिरिक्त ने 2016 में गणना की। 2016 की परीक्षा में आरती सिंह का कौशल चयन किया गया था और अरुद्ध कुमार को गणना।
â ? इस परीक्षा में सफल होने वाले सदस्य आज हमको इस तरह के एक लड़ाकू वायुयान थे। दुष्परिणाम के साथ-साथ उसकी पत्नी भी वैसी ही होगी। 2017 में गणना की गई थी। परीक्षा परीक्षा में प्रकाशितई जहानाबाद में। वातावरण में रहने के लिए गांव और आसपास के माहौल को देखते हुए उनके चाचा बचपन में उन्हें कलेक्टर बनने के लिए प्रेरित किया करते थे। मा की बात मन में ही है। अनिरुद्ध कुमार के साथ मिलकर काम करें। इसी दौरान उनके पिताजी का ट्रान्सफर कानपुर हो गया। बाद में अनिरुद्ध कुमार अपने परिवार के साथ जयपुर आ गए। बाद में परीक्षा में नागपुर में ही. नागपुर के एचबी.बी. बीटेक के बाद क्रियान्वित करने में मदद करता है। निम्न में से एक क्रमानिरुद्ध कुमार के जीवन में एक सक्रिय घटक अधिकारी अधिकारी थे।